विज्ञान कक्षा के विभिन्न आयाम (Vigyan kaksha ke vibhinn aayaam) / द्वारा संपादित हृदय कांत दीवान और साधना सक्सेना, द्वारा संपादन सहयोग राजेश उत्साही (dwara sampaadith Hriday Kant Diwan and Saadna Saksena, dwara sampaadhan sahyog Rajesh Utsahi)
Material type: TextLanguage: Publication details: नई दिल्ली (Nai dilli) : Bengaluru : Azim Premji University, वाणी प्रकाशन (Vaani prakaashan), 2023.Description: 420 p. ; 23 cmISBN:- 9789357752053 (hbk.)
- 372.35 DIW
Item type | Current library | Shelving location | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds | |
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Hindi Books | Gulbanoo Premji Library, Azim Premji University, Bengaluru | 4th Floor | 372.35 DIW (Browse shelf(Opens below)) | Available | G57763 |
यह संकलन अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा अन्य शैक्षिक संस्थानों के साथ मिलकर आयोजित की जा रही 'शिक्षा के सरोकार' नामक सेमिनार शृंखला की दूसरी कड़ी में विज्ञान व विज्ञान शिक्षा पर केन्द्रित सेमिनार में प्रस्तुत पर्चों में से चयनित पर्चों का दूसरा खण्ड है। आइसर मोहाली के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किये गये सेमिनार से निकला यह संकलन विज्ञान की कक्षाओं में शिक्षण से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण मुद्दों को खँगालता है।
इस संकलन में चार थीम के अन्तर्गत 24 पर्चे हैं। सभी पच के केन्द्र में कक्षा में विज्ञान शिक्षण प्रक्रिया से सम्बन्धित मसलों के अनुभव व उनका विवेचन है।
पहली थीम 'विज्ञान शिक्षा व प्राथमिक कक्षाओं में उसके पर्यावरण अध्ययनीय रूप' में सात पर्चे हैं। यह कक्षा व कक्षा के बाहर दोनों में ही बच्चे के सीखने व उन्हें सिखाने के अनुभवों के विश्लेषण पर आधारित हैं। दूसरी थीम 'विज्ञान शिक्षक व विज्ञान शिक्षा' में छह पर्चे हैं। तीसरी थीम 'विद्यार्थियों की वैज्ञानिक धारणाएँ' में पाँच पर्चे हैं। चौथी थीम 'पाठ्यपुस्तक और पाठ्यचर्या के स्वरूप व विकास' पर केन्द्रित है, इसमें भी छह पर्चे हैं।
विज्ञान शिक्षण पर केन्द्रित सेमिनार व इस संकलन के प्रकाशन का उद्देश्य विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के अनुभव व फील्ड से प्राप्त समझ को व्यापक करना है, जिससे हिन्दी व अन्य भारतीय भाषाओं में इन मसलों पर और अधिक विमर्श हो सके।
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