भारत का संविधान(Bharat ka Sanvidhan) / माधव खोसला(Madhav Khosala); Translated by प्रांशु प्रकाश और मृणाल चंद्र (Pranshu Prakash and Mrinal Chandra).
Language: Series: ऑक्सफोर्ड इंडिया संक्षिप्त परिचयPublication details: New Delhi : Oxford University Press, 2018.Description: 172 p. ; 18.5 cmISBN:- 9780199485192 (pbk.)
- 23 342.54 KHO
Item type | Current library | Shelving location | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds | |
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Gulbanoo Premji Library of Azim Premji University, Bengaluru | 4th Floor | 342.54 KHO (Browse shelf(Opens below)) | Available | 34546 |
includes Bibliography and index.
परिचय ----1. शक्तियों का पृथक्करण ---2. संघवाद ---3. अधिकार और लक्ष्य ---4. संविधान बदलना।
ऑक्सफोर्ड इंडिया शॉर्ट इंट्रोडक्शन भारत के विभिन्न पहलुओं के लिए संक्षिप्त, उत्तेजक और सुलभ मार्गदर्शक हैं। आधिकारिक विश्लेषण, नए विचारों, और विविध दृष्टिकोणों को मिलाकर, वे उन विषयों पर चर्चा करते हैं जो अध्ययन और बहस के उभरते क्षेत्रों के साथ-साथ सामयिक हैं। एक अरब से अधिक लोगों को पहचान देते हुए, भारतीय संविधान दुनिया के महान राजनीतिक ग्रंथों में से एक है। छह दशक पहले तैयार किए गए, इसके धीरज और संचालन ने कई लोगों को मोहित और आश्चर्यचकित किया है। इस संक्षिप्त परिचय में, माधव खोसला अपनी कई विशेषताओं, आकांक्षाओं और विवादों को प्रकाश में लाता है। विभिन्न राजनीतिक अभिनेताओं के बीच संविधान अलग शक्ति कैसे करता है? नागरिकता किस रूप में गले लगाती है? और यह कैसे बदल सकता है? इन जैसे सवालों के जवाब में, खोसला ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में संवैधानिकता के सिद्धांत और व्यवहार को प्रतिबिंबित करने के लिए पाठकों को आमंत्रित करते हुए, दस्तावेज़ की उल्लेखनीय और चुनौतीपूर्ण यात्रा को उजागर किया।
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